भारत में मिट्टी के प्रकार |

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भारत में विभिन्न प्रकार की मिट्टी पाई जाती हैं, जो जलवायु, वनस्पति, भूगर्भीय संरचना और अन्य कारकों के आधार पर भि

 
 

 

यहाँ भारत में पाए जाने वाले कुछ प्रमुख मिट्टी के प्रकारों का विवरण दिया गया है:

1. जलोढ़ मिट्टी (Alluvial Soil): यह भारत में सबसे व्यापक रूप से पाया जाने वाला मिट्टी का प्रकार है। यह नदियों द्वारा लाए गए गाद से बनती है और गंगा, यमुना, ब्रह्मपुत्र, और सिंधु नदी के मैदानी इलाकों में प्रचुर मात्रा में पाई जाती है। जलोढ़ मिट्टी उपजाऊ और कृषि के लिए उपयुक्त होती है।

2. काली मिट्टी (Black Soil): यह मिट्टी बेसाल्ट चट्टानों के अपक्षय से बनती है और इसे 'रेगुर' भी कहा जाता है। यह मिट्टी काली, भारी और चिकनी होती है और इसमें जल धारण क्षमता अधिक होती है। काली मिट्टी कपास, बाजरा, और सोयाबीन जैसी फसलों के लिए उपयुक्त होती है।

3. लाल मिट्टी (Red Soil): यह मिट्टी ग्रेनाइट, शेल, और गनीस चट्टानों के अपक्षय से बनती है। यह मिट्टी लाल रंग की और रेतीली होती है। लाल मिट्टी में जल धारण क्षमता कम होती है और यह धान, चना, और मूंगफली जैसी फसलों के लिए उपयुक्त होती है।

4. लैटेराइट मिट्टी (Laterite Soil): यह मिट्टी गर्म और आर्द्र जलवायु में बनती है। यह मिट्टी लाल, भूरी, या पीले रंग की होती है और इसमें लोहे और एल्यूमीनियम का उच्च प्रतिशत होता है। लैटेराइट मिट्टी चाय, कॉफी, और रबर जैसी फसलों के लिए उपयुक्त होती है।

5. रेगिस्तानी मिट्टी (Desert Soil): यह मिट्टी शुष्क और अर्ध-शुष्क क्षेत्रों में पाई जाती है। यह मिट्टी रेतीली, ढीली, और कम उपजाऊ होती है। रेगिस्तानी मिट्टी में जल धारण क्षमता कम होती है और यह बाजरा, ज्वार, और मूंगफली जैसी फसलों के लिए उपयुक्त होती है।

6. बलुई मिट्टी (Sandy Soil): यह मिट्टी रेत से बनी होती है और इसमें जल धारण क्षमता कम होती है। यह मिट्टी सूखे के प्रति संवेदनशील होती है और कम उपजाऊ होती है। बलुई मिट्टी में फल और सब्जियों की खेती सफलतापूर्वक की जा सकती है |

7 .बलुई मिट्टी  भारत में पाए जाने वाले अहम प्रकारों में से एक है। यह मिट्टी अधिकतर रेतीली और हल्की होती है, जिसमें धारा और संचरण गुणवत्ता कम होती है। इसके अलावा, इसमें पानी की संधारण क्षमता भी कम होती है। बलुई मिट्टी का प्रमुख लक्षण उसका रेंग होता है जो लाल या लालचिट्ठा होता है।

बलुई मिट्टी कहां पाई जाती है 

  1. राजस्थान: यह राज्य बलुई मिट्टी के लिए सबसे ज्यादा जाना जाता है। राजस्थान के पश्चिमी भाग में, Thar Desert में, लगभग 90% मिट्टी बलुई है।
  2. 2. गुजरात: राजस्थान के बाद, गुजरात में भी बलुई मिट्टी का प्रमुख क्षेत्र है। कच्छ का रण और सौराष्ट्र क्षेत्र में बलुई मिट्टी पाई जाती है।
  3.  3. पंजाब और हरियाणा: इन राज्यों के दक्षिणी भागों में, जो Thar Desert से सटे हुए हैं, बलुई मिट्टी पाई जाती है।
  4. 4. उत्तर प्रदेश: यमुना नदी के मैदानी इलाकों में, बलुई मिट्टी पाई जाती है।
  5. 5. मध्य प्रदेश: ग्वालियर और चंबल घाटी क्षेत्र में बलुई |

 

 

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